क्या सोमवार को भारतीय शेयर बाजार क्रैश करेगा? ट्रम्प के टैरिफ़ का असर और संजय कथूरिया की राय
सोमवार, 2 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने स्टील और एल्युमिनियम आयात पर टैरिफ़ बढ़ाने की धमकी दी। इससे वैश्विक व्यापारिक अनिश्चितता बढ़ी और निवेशकों में बेचैनी फैल गई। निफ्टी 50 में 0.65% की गिरावट आई, जबकि बीएसई सेंसेक्स 0.72% गिरकर 80,865.54 पर बंद हुआ। reuters.com
📉 ट्रम्प के टैरिफ़ का असर
ट्रम्प के टैरिफ़ की घोषणा ने भारतीय मेटल और आईटी सेक्टर को प्रभावित किया। निफ्टी मेटल और निफ्टी आईटी इंडेक्स में क्रमशः 0.7% और 1% की गिरावट आई। एचडीएफसी बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भी 1.5% की गिरावट आई। reuters.com
🔍 संजय कथूरिया की राय
संजय कथूरिया, जो कि एक प्रमुख भारतीय अर्थशास्त्री और नीति विशेषज्ञ हैं, का मानना है कि ट्रम्प के टैरिफ़ वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित कर सकते हैं, विशेषकर उन देशों के लिए जो चीन के साथ व्यापार करते हैं। भारत को इन परिवर्तनों का लाभ उठाने के लिए अपनी व्यापारिक नीतियों में सुधार करने की आवश्यकता है। हालांकि, उन्हें यह भी चिंता है कि अमेरिकी व्यापार नीति में अनिश्चितता से भारतीय बाजार में अस्थिरता बढ़ सकती है।
📊 निवेशकों के लिए सुझाव
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विविधीकरण: अपने निवेश को विभिन्न सेक्टरों और संपत्ति वर्गों में वितरित करें।
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स्थिर कंपनियाँ: उन कंपनियों में निवेश करें जिनकी आय स्थिर और मजबूत हो।
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मूल्यांकन: कंपनियों के मौलिक मूल्यांकन पर ध्यान दें, न कि केवल बाजार की मौजूदा स्थिति पर।
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दीर्घकालिक दृष्टिकोण: बाजार की अस्थिरता के बावजूद, दीर्घकालिक निवेश की रणनीति अपनाएं।
अंततः, जबकि ट्रम्प के टैरिफ़ वैश्विक बाजारों को प्रभावित कर रहे हैं, भारतीय निवेशकों को सतर्क रहते हुए अपने निवेश निर्णय लेने चाहिए। संजय कथूरिया की राय के अनुसार, भारत को अपनी व्यापारिक नीतियों में सुधार करने की आवश्यकता है ताकि वैश्विक परिवर्तनों का लाभ उठाया जा सके।